मं मंगल = मङगलग्रह, शुभ, भव्य : मंगलसूत्र = सधवा स्त्रीले घाँटीमा लगाउने सौभाग्यको प्रतीक, एक किसिमको आभूषण : मंगलाचरण = कुनै मङ्गल कार्य थाल्दा पदिने वा गाइने मन्त्र, मङ्गल कामनाका निम्ति लेखिने पद्य : मंगलामुखी = वेश्या, रण्डी, व्यभिचारी,
कसमी : मंगोल = मङ्गोल, मङ्गोलदेशका वासी, भोटबर्मेली भाषा परिवार समूहको एक जाति : मंच = मञ्च, उच्च मण्डप वा आसन : मंजन = दाँत माझ्ने चूर्ण वा धूलो, मंजरी = आँकुरो, कोपिला, मञ्जरी, नयाँ मुना : मंजिल = :तला, गन्तव्य, ठेगाना, टुङ्गो : मंजीर = नूपुर, सानो खालको पाउजेब : मंजु = सुन्दर, मोहक, मनोहर, मनपर्दो : मंजूर = स्वीकृत, मजूर, अनुमोदित
: मंजूषा = पेटिका, सानो खालको सन्दुस, सानो पेटारो : मंडन = सजाउने काम, पुष्टि गर्नु, समर्थन गर्नु, शृङ्गार, तर्कपूर्ण पुष्टि : मंडप = मण्डप, चारैतिर बेरेर बनाइएको स्थान : मंडराना = अनिश्चित हुनु, अडिनु, झुन्डिनु : मंडल = बाटुलो परिधि, मण्डल, नगर वा बस्तीको टोल, सानो भूभाग : |
मंत्रकार = मन्त्रद्रष्टा, मन्त्र बनाउने ऋषि : मंडली = सानो दल वा समूह, सङ्गठित जमात, दल : मंडित = समर्थन गरिएको, सजिसजाउ, भूषित : मंडी = मंडुक भ्यागुतो, पाहाः मंत्र = मन्त्रतन्त्र, मन्तर, वेदको ऋचा, संहिता, टुनामुना : मंत्रणा = सल्लाह, परामर्श, मन्त्रणा, उपदेश : मंत्रमुग्ध = मोहित पारिएको, मोहनी लाइएको, लट्ठ तुल्याइएको : मंत्रालय = मन्त्रालय, मन्त्रीको कार्यालय : मंत्री = मन्त्री : मंथन = मन्थन, मथ्ने, हुँड़ने काम, गूढ तत्त्व निकाल्न परिश्रमपूरर्क गरिने छानबीन : मंथर = मन्द, सुस्त, होलो, खुकुलो : मंद = ढिलो, सुस्त, तीव्रता नभएको, लोसे, मन्द : मंदिर = : मन्दिर, देवालय, पूजा गर्ने घर : मंशा =मनसाय अभिप्रायः, मन्सा, मनबाट : मँगना = मगन्ते, माग्ने, भिखारी मँगनी = मगनी, माग्ने काम : मँगाना = मगाउनु, मागी पठाउनु,
मँथनी : = मधानी, दही मथ्ने ठेको : |